किसी पर कोई भरोसा ही नहीं कर पा रहा, आपसी मतभेद तो था ही लेकिन अब आपसी मन भेद भी होने लगे हैं, सबकी अलग-अलग विचाधाराएँ है, कोई आपसी समन्वय नहीं, किसी कि बात कोई नही सुन रहा, गलतफहमी चरम सीमा पर है, परिवार में भी विवाद, झगड़े, लड़ाइयां खूब बढ़ती जा रही है, सबको पता है कि नुकसान के अलावा इसका कोई लाभ नहीं फिर भी हम किसी से कम नहीं ? वाली सोच सबकी होती जा रही है, इस संकीर्ण विचारधारा के लोगों की तादात बढ़ती जा रही है, आरोप-प्रत्यारोप के शिकार लोग हो रहे हैं, ऐसी प्रतिकूल परिस्थितियों में लूट-पाट, छिनैती, मानसिक पडताड़ना, बल-अत्याचार, मार-पीट, हत्या समाज में क्रमशः गतिशीलता बनी हुई है । ऐसी कशमकश की जिंदगी जीने पर मजबूर होते जा रहें हैं। कोई सम्पन्न नहीं, कोई सुरक्षित नहीं, अराजकता का बोलबाला है, ये सब कब तक होता रहेगा ? क्या कोई इसका निस्तारण है ? क्या इस प्रतिक्रिया का अनुकूल व प्रभावशाली तरीका कोई नहीं ?? क्या समाज के पास इसका कोई समाधान नहीं ????
सभ्य समाज, समृद्ध भारत में आज 21वीं सदी का व्यवहारिक व्यापार, आपसी सहयोग, सबका साथ, सबका सहयोग, सबका विश्वास के साथ एक दूसरे को क्रमबद्ध जोड़कर, आपसी सहयोग से समृद्ध समाज का सृजन भारत सरकार के अनुरूप, नियमबद्ध नये भारत के निर्माण में हेलो इण्डिया, एक सेवा प्रदत्त समूह की एक अनोखी पहल समाज व सरकार के साथ मिलकर एक सशक्त जरिया बनाने का आरम्भ किया जा सकता है, जहां सब मिलकर प्रसन्न होकर कार्य करें, मुस्कान चेहरे पर बराबर विद्यमान रहे जिसके अंतर्गत लोगों को यह ज्ञात हो जाये कि जुड़े हर कड़ी से एक दूसरे का स्वतः लाभ है, फायदा है, वो भी जीवन पर्यन्त तो शायद लोगों की सोच व विचारधारा बदल जाये क्योंकि अर्थ की परिभाषा सबको समझ आती है और हा, इसके लिए किसी को पृथक होकर समझाने की आवश्यकता नहीं होगी तो ऐसे में यदि मजबूरी बन जाये जब एक दूसरे की सहायता करना, तथापि ज्ञात हो कि इस व्यकि से हमें प्रेरक लाभांश मिलता है तो वो वहाँ हर समझौता को मंजूर करेगा उल्टे सहयोग भी करेगा, साथ भी देगा, आवश्यकता पड़ने पर खर्च भी करेगा……
हेलो इण्डिया, एक सेवा प्रदत्त समूह, यह अनोखा नेटवर्क किस पद्धति से काम करता है ? इसका आधारभूत स्वरूप क्या है ? कैसे आप आजीवन सफ़लता प्राप्त कर सकते हैं ? इस पुस्तक से समझाने का प्रयास किया जा रहा है, आशा करता हूं कि आपको उपरोक्त जटिल समस्याओं का निराकरण अवश्य प्राप्त होगा और परिवार सहित समाज का भी भविष्य उज्ज्वल बनायेगे, नये भारत के निर्माण में सहयोग प्रदान करेंगे…